भाजपा के चुनावी मंच पर एक साथ दिखाई दिये पटेल, यादव व गोयल

भाजपा के चुनावी मंच पर एक साथ दिखाई दिये पटेल, यादव व गोयल

Mar 29, 2024 - 23:21
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भाजपा के चुनावी मंच पर एक साथ दिखाई दिये पटेल, यादव व गोयल

गजब राजनीति की अजब तस्वीर . . . . . . . . .

भाजपा के चुनावी मंच पर एक साथ दिखाई दिये पटेल, यादव व गोयल

एक-दूसरे के धुर विरोधी रहे नेताओं ने मिलाये सुर, लय और ताल

भाजपा प्रत्याशी राव राजेन्द्र सिंह को भारी मतों से जिताने का लिया संकल्प

कोटपूतली, 29 मार्च 2024

कहा जाता है कि राजनीति एवं क्रिकेट दोनों ही अनिश्चितताओं से भरे क्षेत्र हैं, यहाँ कब क्या हो जायें कुछ कहा नहीं जा सकता। विशेष तौर पर राजनीति में कभी साथी को हराते तो कभी दुश्मन को जिताते हुये दृश्य भी देखने को मिलते है। लेकिन कभी-कभी ऐसा भी होता है जब धुर विरोधी एक ही मंच पर नजर आते है। ऐसा ही कुछ नजारा जहाँ विगत 17 मार्च को जिले के बहरोड़ कस्बे में देखने को मिला था। जब अलवर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी व केन्द्रिय मंत्री भूपेन्द्र सिंह यादव के चुनावी मंच पर अलवर के पूर्व सांसद, पूर्व मंत्री एवं वर्तमान में बहरोड़ से विधायक डॉ. जसवंत सिंह यादव व उनके विरूद्ध कई बार चुनाव लड़े एवं बहरोड़ व अलवर की राजनीति में एक-दूसरे के चिर प्रतिद्वंदी रहे डॉ. करण सिंह यादव एक साथ नजर आये थे। ऐसा ही नजारा शुक्रवार को कस्बे के जय विलास मैरीज गार्डन में आयोजित जयपुर ग्रामीण से भाजपा प्रत्याशी राव राजेन्द्र सिंह के प्रधान चुनाव कार्यालय के उद्घाटन व कार्यकर्ता सम्मेलन में देखने को मिला। जब एक-दूसरे के चिर प्रतिद्वंदी व धुर विरोधी रहे नेता एक ही मंच पर एक साथ नजर आये, बल्कि आपस में चर्चाये करते हुये भी दिखाई दिये। जो कि कार्यकर्ताओं के साथ-साथ क्षेत्रवासियों के लिये भी कौतुहल का विषय बना रहा। शुक्रवार को कार्यालय के उद्घाटन के लिये कोटपूतली पहुँचे भाजपा प्रत्याशी राव राजेन्द्र सिंह कस्बे की मोरीजावाला धर्मशाला से खुली जीप पर क्षेत्रीय विधायक हंसराज पटेल व पूर्व मंत्री राजेन्द्र सिंह यादव के साथ आम जनता का अभिवादन करते हुये कार्यक्रम स्थल तक पहुँचे जो कि लोगों के लिये अचरज का विषय बन गया। वहीं कार्यकर्ता सम्मेलन के मंच पर विधायक पटेल के साथ-साथ पूर्व मंत्री यादव व भाजपा नेता गोयल भी एक साथ बैठे हुये दिखाई दिये। जिसकी चर्चा सोशियल मीडिया पर भी होती रही। इस दौरान सभी नेता एक सुर में भाजपा प्रत्याशी राव राजेन्द्र सिंह को प्रचण्ड बहुमत से जिताने का आह्वान करते भी दिखे। अब इसे वक्त का तकाजा कहा जाये या पीएम मोदी का करिश्माई नेतृत्व, जब कभी एक-दूसरे के प्रतिद्वंदी रहे नेता मोदी 400 पार का नारा लगाते हुये दिखाई दे रहे है। 

कभी एक-दूसरे के थे धुर विरोधी :- क्षेत्र के राजनैतिक इतिहास की बात की जाये तो तीनों ही नेता एक-दूसरे के धुर विरोधी रहे है। इसे जानने के लिये कोटपूतली के राजनैतिक इतिहास में जाना होगा। वर्ष 2003 के विधानसभा चुनाव में वर्तमान विधायक हंसराज पटेल कांग्रेस के प्रत्याशी थे। लेकिन वर्ष 2008 में उनका टिकिट काटकर निवर्तमान मंत्री राजेन्द्र सिंह यादव को दिया गया था। तब यादव चुनाव में रामस्वरूप कसाना से हार गये थे। कसाना बाद में तत्कालीन गहलोत सरकार में संसदीय सचिव बने। वहीं वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में यादव कांग्रेस टिकिट पर जीत कर विधानसभा पहुँचे थे। तब कसाना व पटेल दोनों ही निर्दलिय के रूप में चुनाव लड़े थे। वर्ष 2013 के चुनाव में भाजपा टिकिट पर बनवारी लाल यादव ने चुनाव लड़ा था। तब बनवारी लाल व मुकेश गोयल की राजनैतिक दोस्ती की कहानियां गढ़ी जाती थी। इसके बाद वर्ष 2018 के चुनाव में भाजपा टिकिट के लिये हंसराज पटेल व मुकेश गोयल में जबरदस्त प्रतिस्पर्धा चली थी। तब भाजपा द्वारा मुकेश गोयल को प्रत्याशी बनाया गया था। उस चुनाव में भी राजेन्द्र सिंह यादव कांग्रेस टिकिट पर जीतकर विधानसभा पहुंचे एवं गहलोत सरकार में मंत्री बने। वर्ष 2018 के चुनाव में भी हंसराज पटेल निर्दलिय व रामस्वरूप कसाना आरएलपी टिकिट पर चुनाव लड़े थे। विधानसभा चुनाव के बाद वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में ही पटेल पुन: भाजपा में शामिल हो गये। लेकिन वर्ष 2018 से 2023 तक यादव के मंत्री रहते हुये उनकी विपक्ष के नेता मुकेश गोयल से खुब ठनी रही। हाल ही के विधानसभा चुनाव में भी रोचक राजनैतिक घटनाक्रम में एन वक्त पर गोयल का भाजपा से टिकिट काटकर आलाकमान ने हंसराज पटेल को उम्मीदवार बनाया। जिन्होंने बेहद कड़े संघर्ष में राजेन्द्र सिंह यादव को पराजित किया। इस बार मुकेश गोयल ने भाजपा से बागी होकर निर्दलिय चुनाव लड़ते हुये अच्छे खासे मत प्राप्त किये। विधानसभा चुनाव के बाद पूर्व मंत्री राजेन्द्र सिंह यादव कांग्रेस को छोडकऱ भाजपा में आ गये। वहीं पार्टी के बागी होकर चुनाव लड़े गोयल भी भाजपा में वापिस लौट गये। अब तीनों नेता विधायक हंसराज पटेल, पूर्व मंत्री राजेन्द्र सिंह यादव व मुकेश गोयल सहित पूर्व प्रत्याशी बनवारी लाल यादव भी भाजपा के ही मंच पर है। जबकि रामस्वरूप कसाना आरएलपी नेता के रूप में कांग्रेस के समर्थन में नजर आ रहे है। ज्ञात रहे कि विगत 20 वर्षो से कोटपूतली की राजनीति इन्हीं चारों नेताओं पटेल, यादव, गोयल व कसाना के इर्द गिर्द ही घुम रही है।